स्वामी अनिरुद्धाचार्य जी का जीवन परिचय: Aniruddhacharya Ji Maharaj Biography
स्वामी अनिरुद्धाचार्य जी एक भारतीय धार्मिक प्रवचन कर्ता है, वर्तमान समय में यह अपने प्रवचन के लिए काफी ज्यादा सुर्खियों में है, और लगभग लोगों के घरों में टीवी या मोबाइल में आपको इनका प्रवचन सुनने और देखने को जरूर मिल जाएगा।
यदि आपको धार्मिक कार्यक्रमों से लगाव है तो आपने शायद इनका प्रवचन देखा भी होगा और नहीं भी देखा है तो आप यूट्यूब पर इनका प्रवचन देख सकते हैं।
आप लोगों को इनके जीवन के बारे में कुछ खास जानकारी नहीं होगी इसलिए आज के अपने इस पोस्ट में हम आपको Aniruddhacharya Ji Maharaj Biography की जानकारी देने जा रहे हैं यहां हम आपको स्वामी अनिरुद्ध आचार्य जीवन परिचय से जुड़ी कुछ रोचक बात बताएंगे जो आप में से बहुत कम ही लोग जानते होंगे। यदि आप भी इनके जीवन से जुड़ी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे इस पोस्ट को अंत तक अवश्य पढ़ें।
अनिरुद्धाचार्य जी महाराज का जीवन परिचय
नाम | श्री अनिरुद्धाचार्य |
आयु | 34 वर्ष |
जन्मतिथि | 27 सितंबर 1989 |
जन्म स्थान | मध्य प्रदेश, दमोह (रिंवझा ग्राम) |
गुरु | श्री गिर्राज शास्त्री जी महाराज |
कार्य | कथा वाचन |
लंबाई | 5.9 इंच |
वजन | 68 Kg |
धर्म | हिंदू |
संस्था | श्री गौ गौरी गोपाल वृद्धाश्रम |
कुल संपत्ति | 8 करोड़ रूपए |
स्वामी अनिरुद्धाचार्य का जन्म और परिवार – Aniruddh Aacharya Ji Maharaj
महाराज अनिरुद्धाचार्य का जन्म मध्य प्रदेश दमोह (रिंवझा ग्राम) में 27 सितंबर 1989 को हुआ था, वे एक अध्यात्मिक गुरु और मोटिवेशनल स्पीकर हैं, इनके परिवार में इनके माता-पिता है जो कि इनके साथ रहते हैं।
इनके पिता का नाम श्री अवधेशानंद गिरी है और उनके पिता भागवताचार्य थे, जिस वजह से बचपन से ही इनका रुझान आध्यात्मिक क्षेत्रों में रहा है। इन्हें बचपन से ही गाय की सेवा करना बेहद पसंद था जिस वजह से वे आज भी गाय को अपनी माता का दर्जा देते हैं।
स्वामी अनिरुद्ध महाराज की शिक्षा
हमने आपको ऊपर ही बताया कि बचपन से ही इनका रुझान आध्यात्मिक क्षेत्रों में रहा है जिस वजह से इन्होंने अपने बचपन में ही रामायण, भगवत गीता और महाभारत जैसे ग्रंथों का अध्ययन किया है। इन्हें बचपन से ही हनुमान चालीसा कंठस्थ याद है, हालांकि इनके स्कूली शिक्षा की बात की जाए तो घर की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण इन्होंने स्कूली शिक्षा प्राप्त नहीं की है।
वह बचपन में ही वृंदावन आ गए थे और वहां पर इन्होंने संस्कृत भाषा का अध्ययन किया और सभी ग्रंथों का भी अध्ययन किया और यह शिक्षा उन्होंने वृंदावन में अपने गुरु संत गिराज महाराज जी से प्राप्त की और फिर इन्होंने सनातन धर्म का प्रचार करना शुरू किया।
अनिरुद्धाचार्य महाराज का करियर
अनिरुद्ध महाराज ने अपने करियर की शुरुआत कथा वाचन के तौर पर की, और अब तक इन्होंने करीब 700 से भी अधिक भगवत कथा का प्रवचन देश-विदेश में किया है।
इनके भगवत कथा और प्रवचन को सुनने के लिए लाखों लोगों की भीड़ लगती है, इसके अलावा जो भी व्यक्ति इनके प्रवचन को सामने से नहीं सुन पाता वह यूट्यूब का सहारा लेकर इनका प्रवचन सुनता है।
इनके प्रवचन को सामने से सुनने के लिए लोग 5 से 6 घंटा पहले ही प्रवचन स्थल पर पहुंच जाते हैं, अन्यथा इतनी भीड़ होने के कारण लोगों को जगह नहीं मिलती है और फिर मजबूरन उन्हें यूट्यूब में देखना पड़ता है।
अनिरुद्ध आचार्य के सामाजिक और धार्मिक कार्य – Aniruddhacharya Ji Ki Bhagwat
अनिरुद्ध महाराज अपने दरबार पर आए लोगों को प्रवचन के द्वारा धर्म के सिद्धांत और विचारों के बारे में बताते हैं, और साथ ही उन्हें धर्म के मार्ग पर चलने की सलाह देते हैं। इसके अलावा से अपने द्वार पर आए सभी व्यक्तियों के कष्ट को दूर करते हैं और साथ ही उनकी परेशानियों के बारे में विस्तार से बात करते हैं।
इसके साथ ही इन्होंने अनाथ बूढ़े और बुजुर्ग लोगों की सहायता करने के लिए गौरी गोपाल आश्रम बनवाया है जहां पर वह ऐसे लोगों को रहने और खाने-पीने की सुविधाएं प्रदान करते हैं इसके अलावा उन्हें बंदरों और गाय की सेवा करना बहुत पसंद है।
इनके आश्रम में कुछ डॉक्टर भी हैं जो कि बूढ़े लोगों का इलाज करते हैं। अनिरुद्ध महाराज का एक और आश्रम है जहां वे गरीब कन्याओं की शादी का आयोजन करवाते हैं जिससे कि गरीब माता-पिता को उनकी बेटी का विवाह कराने में कोई समस्या ना आए।
अनिरुद्धाचार्य जी महाराज की आयु – Aniruddhacharya Ji Maharaj Age
अनिरुद्धाचार्य जी महाराज की आयु 2023 में 33 वर्ष है। अनिरुद्ध महाराज का जन्म मध्य प्रदेश, दमोह (रिंवझा ग्राम) में 27 सितम्बर 1989 हुआ था।
अनिरुद्ध महाराज से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
- इन्होंने अपना यूट्यूब चैनल वर्ष Sep 29, 2017 में शुरू किया था।
- बुजुर्ग और अनाथ बच्चों की सेवा के लिए इन्होंने गौरी गोपाल आश्रम स्थापित किया।
- महाराज अनिरुद्ध की एक छोटी बहन भी थी जिनकी मृत्यु हो चुकी है।
- महाराज अपनी सारी कमाई को बुजुर्गों और अनाथ बच्चों और कन्याओं के सेवा के लिए खर्चा करते हैं।
- बेहद कम समय में ख्याति प्राप्त करने वाले धार्मिक क्षेत्र में इनका नाम आता है।
- इन्होंने गौरी गोपाल आश्रम की नींव 2016 में रखी थी।
अनिरुद्ध महाराज की फीस
अगर आप इनके द्वारा भागवत कराना चाहते हैं तो आपको दो-तीन महीने पहले ही बुकिंग करानी पड़ेगी और आपको बता दें यह अपने एक प्रवचन के लिए 7 से 12 लाख रुपए लेते हैं।
अनिरुद्ध आचार्य जी की उम्र कितनी है?
अनिरुद्ध आचार्य जी का जन्म 27 सितम्बर 1989 को हुआ था, इसलिए वर्तमान में इनकी उम्र 33 वर्ष है।
FAQs
अनिरुद्धाचार्य जी महाराज का कोई ऑफिसियल विकिपीडिया पेज उपलब्ध नहीं है।
इनका जन्म 27 सितंबर 1989 में हुआ था।
इनका आश्रम वृंदावन में गौरी गोपाल आश्रम के नाम से है।
निष्कर्ष
आज के अपने इस पोस्ट में हमने आपको अनिरुद्ध आचार्य जी महाराज का जीवन परिचय की जानकारी प्रदान की उम्मीद करते हैं आपको यहां बताई जानकारी पसंद आई होगी।
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जय श्री कृष्ण🙏
बहुत अच्छा लगता है महराज जी का प्रवचन🙏