PM Kisan: पीएम किसान सम्मान निधि में बड़ा फर्जीवाड़ा, इन किसानों की होगी रिकवरी
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नागालैंड, भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों में से एक है, जहां कृषि व्यापार बहुत महत्वपूर्ण है। किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) शुरू की गई थी, जिसके तहत सालाना 6000 रुपये किसानों को दिए जाते हैं। लेकिन हाल ही में नागालैंड में हुई CAG की रिपोर्ट ने इस योजना में भ्रष्टाचार का बड़ा खुलासा किया है।
CAG की रिपोर्ट का खुलासा
भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट के अनुसार, नागालैंड में बड़ी संख्या में अयोग्य लोगों ने पीएम किसान सम्मान निधि योजना का फायदा उठाया है। इसमें 2.36 करोड़ रुपये के पैसे शामिल हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2018 से 2021 के बीच, 2053 अयोग्य लोगों ने इस योजना का फायदा उठाया है।
CAG का कहना है कि इनमें कई सरकारी कर्मचारी, पूर्व सरकारी कर्मचारी और अन्य अयोग्य व्यक्तियों को योजना के तहत फायदा पहुंचाया गया है। यहां तक कि कई मृतकों को भी योजना के तहत दर्जा मिला है, और उनके नामों पर पैसे जमा किए गए हैं।
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कैसे हुई धांधली?
CAG की रिपोर्ट से पता चलता है कि यह अयोग्य लाभार्थी योजना के लक्ष्य से कैसे बच गए। कई स्थानीय अधिकारियों और कर्मचारियों ने धांधली के लिए नागालैंड में कई नियमों की उल्लंघन की है। यह समस्या न केवल धन की बर्बादी है, बल्कि यह किसानों को उनके हक से वंचित करती है और सरकार की योजनाओं को असफल बनाती है।
नागालैंड की सरकार पर बड़ा आरोप
CAG की रिपोर्ट के बाद, नागालैंड की सरकार पर बड़ा आरोप है कि वह योजना के तहत धन के लिए भ्रष्टाचार की बढ़ती हुई मामूली धारा का विरोध नहीं कर रही है। कैग की रिपोर्ट ने सामने लाए हैं कि नागालैंड में इस योजना के तहत भ्रष्टाचार की बढ़ती हुई मामूली धारा का विरोध नहीं किया जा रहा है, जिससे योजना का उद्देश्य खतरे में है।