बीएससी नर्सिंग क्या होती है? BSC Nursing Course Karne Ke Baad Kya Kare
अगर आप चिकित्सा के क्षेत्र में बीएससी नर्सिंग में ग्रेजुएशन डिग्री करना चाहते हैं या पूरी कर चुके हैं। तो आपके मन में इस डिग्री के पश्चात कैरियर विकल्प के रूप में क्या क्या विकल्प उपलब्ध होते हैं जानने की इच्छा अवश्य होगी।
BSC Nursing ke baad kya kare?
बीएससी नर्सिंग के बाद क्या करें ? अगर आप इस सवाल को लेकर असमंजस में है तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं। इस आर्टिकल में हम बीएससी नर्सिंग के पश्चात उपलब्ध होने वाले अनेकों प्रकार के विकल्पों के बारे में जानकारी देने वाले हैं।
बीएससी नर्सिंग के पश्चात आपके पास दो रास्ते होते हैं। अगर आप अग्रिम पढ़ाई हेतु कोई कोर्स करना चाहते हैं तो इस ग्रेजुएशन डिग्री के पश्चात विभिन्न प्रकार के चिकित्सा से संबंधित और अन्य क्षेत्रों से संबंधित कोर्स उपलब्ध होते हैं। उन कोर्स में से किसी एक का चयन कर उस क्षेत्र में उच्च स्तरीय शिक्षा प्राप्त की जा सकती है।
वहीं अगर आप बीएससी नर्सिंग की स्नातक डिग्री के पश्चात रोजगार के रूप में कोई जॉब हासिल करना चाहते हैं। तो चिकित्सा से संबंधित कोर्स होने के कारण इसी क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं। उनमें से किसी भी एक का चयन कर आप अपना भविष्य संवार सकते हैं।
आगे हम बीएससी नर्सिंग के बाद किए जाने वाले कोर्स और बीएससी नर्सिंग के बाद प्राप्त होने वाले रोजगार के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दे रहे हैं।
बीएससी नर्सिंग के बाद किए जाने वाले कोर्स
बीएससी नर्सिंग कोर्स करने के बाद चिकित्सा से ही संबंधित विभिन्न प्रकार के कोर्स उपलब्ध होते हैं। उन कोर्स को अग्रिम पढ़ाई हेतु किया जा सकता है। उनमें से कुछ प्रमुख कोर्स का विवरण नीचे दिया गया है।
1. मास्टर ऑफ साइंस इन नर्सिंग ( MSc in Nursing)
बीएससी नर्सिंग करने के बाद अधिकतर विद्यार्थी अग्रिम पढ़ाई हेतु एमएससी नर्सिंग का चयन करते हैं। यह एक पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स होता है। इस कोर्स की कुल अवधि 2 वर्ष की होती है। इस कोर्स में बीएससी नर्सिंग के विषयों को ही उच्च स्तरीय शिक्षा के पाठ्यक्रम के साथ पेश किया जाता है।
भारत के कॉलेजों में एमएससी नर्सिंग की फीस औसत के अनुसार लगभग ₹50000 से लेकर ₹200000 तक हो सकती है। इस डिग्री के पश्चात प्राप्त होने वाली सैलरी की बात करें तो ₹300000 से लेकर ₹600000 प्रतिवर्ष कमाए जा सकते हैं।
2. मास्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ (MPH)
जो विद्यार्थी डब्ल्यूएचओ, यू एन चिल्ड्रन फंड जैसी संस्थाओं में रोजगार प्राप्त करना चाहते हैं। उनके लिए बीएससी नर्सिंग करने के बाद मास्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ गोरक्षा विकल्प होता है।
इस कोर्स की अवधि 2 वर्ष की होती है। इस कोर्स में प्रवेश लेने के लिए कॉलेज अपने स्तर और राष्ट्रीय स्तर पर प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं। इस कोर्स की फीस ₹80000 से लेकर ₹600000 तक औसतन होती है। वही इस डिग्री के पश्चात ₹300000 से लेकर ₹1400000 प्रतिवर्ष आय की जा सकती है।
3. हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन में एमबीए (MBA in Hospital Administration)
जो विद्यार्थी चिकित्सा के क्षेत्र में एडमिनिस्ट्रेशन लेवल पर जॉब प्राप्त करना चाहते हैं। उनके लिए हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन में एमबीए करना एक अच्छा विकल्प है। यह कोर्स 2 वर्ष का होता है। प्रतिष्ठित कॉलेज से यह कोर्स करने के लिए प्रवेश परीक्षा के रूप में कैट एग्जाम पास करना आवश्यक होता है। इसके अलावा कुछ कॉलेज XAT, MAT जैसे एग्जाम भी आयोजित करते हैं।
इस कोर्स में आने वाले खर्च की बात की जाए तो भारत में इस कोर्स के लिए कॉलेज ₹80000 से लेकर 1000000 रुपए तक फीस चार्ज करते हैं। वही इस कोर्स के पश्चात मिलने वाली जॉब से ₹200000 से लेकर ₹600000 तक सालाना कमाया जा सकता है।
4. क्रिटिकल केयर नर्सिंग में डिप्लोमा (Diploma in critical care Nursing)
जो विद्यार्थी हॉस्पिटल में इमरजेंसी या आईसीयू जैसे वार्ड में रोजगार प्राप्त करना चाहते हैं वह बीएससी नर्सिंग करने के बाद क्रिटिकल केयर मेडिसिन में डिप्लोमा (DCCM) कर सकते हैं। इस डिप्लोमा कोर्स को 1 वर्ष से लेकर 3 वर्ष के बीच किया जा सकता है। इस डिप्लोमा के दौरान विद्यार्थी को हॉस्पिटल में इमरजेंसी स्थिति से निपटने की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के साथ शिक्षा प्रदान की जाती है।
इस कोर्स में प्रवेश लेने के लिए विद्यार्थी के पास बीएससी नर्सिंग या जीएनएम सर्टिफिकेट होना आवश्यक है।
अगर आप भी Bsc nursing करने के बाद डिप्लोमा इन क्रिटिकल केयर मेडिसिन ( DCCM ) करते हैं तो इसमें आपको 1 से 3 साल तक का समय लग जाएगा। इसमें आपको इमरजेंसी हालातों से कैसे निपटना है उसके बारे में सिखाया जाता है। जैसे जब मरीज ICU में होता है तो उसे कैसे संभाला जाता है।
फीस के मुकाबले एक डिप्लोमा कोर्स होने के नाते पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री से सस्ता होता है। अधिकतर कॉलेजों में इस कोर्स को ₹40000 से लेकर ₹100000 के बीच किया जा सकता है। वहीं इस कोर्स के पश्चात मिलने वाली नौकरी से ₹200000 से लेकर ₹450000 तक प्रतिवर्ष तनखा प्राप्त की जा सकती है।
5. नर्सिंग एडमिनिस्ट्रेशन में डिप्लोमा (Diploma in Nursing Administration)
जो विद्यार्थी हॉस्पिटल में नर्सिंग स्टाफ के प्रबंधन के बारे में शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं या इस क्षेत्र में रोजगार प्राप्त करना चाहते हैं। और उसके लिए एमबीए जैसी मास्टर डिग्री नहीं करना चाहते हैं। तो उनके लिए नर्सिंग एडमिनिस्ट्रेशन में डिप्लोमा बिल्कुल सही कोर्स है।
यह डिप्लोमा कोर्स 3 वर्ष की अवधि का होता है। इस कोर्स में प्रवेश लेने के लिए विद्यार्थी के पास बीएससी नर्सिंग डिग्री हासिल करने के बाद 2 वर्ष का अनुभव होना भी आवश्यक है।
यह कोर्स में अन्य कोर्सो के मुकाबले सस्ता होता है। इस कोर्स की फीस ₹20000 से लेकर ₹150000 तक होती है। इस कोर्स के माध्यम से प्राप्त होने वाली नौकरी से सालाना ₹300000 से लेकर ₹600000 अर्जित किए जा सकते हैं।
6. कार्डियोवैस्कुलर एंड थोरेसिक नर्सिंग में डिप्लोमा (Diploma in Cardiovascular & Thoracic Nursing)
जो विद्यार्थी कार्डियोलॉजी में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं वे विद्यार्थी बीएससी नर्सिंग करने के पश्चात कार्डियोवैस्कुलर एंड थोरेसिक नर्सिंग में डिप्लोमा कर सकते हैं।
इस डिप्लोमा कोर्स की अवधि 1 वर्ष की होती है। इस कोर्स की फीस ₹15000 से लेकर ₹100000 तक होती है। इस कोर्स को पूरा करने के पश्चात प्राप्त हुए रोजगार से लगभग ₹200000 से लेकर ₹400000 सालाना प्राप्त किए जा सकते हैं।
इन कोर्स इसके अलावा और बहुत से कोर्स होते हैं। जिन्हें बीएससी नर्सिंग के बाद उच्च स्तरीय शिक्षा के लिए किया जा सकता है। उनमें से कुछ नाम नीचे दिए गए हैं।
- मानसिक स्वास्थ्य नर्सिंग में पीजी डिप्लोमा (PG Diploma in Mental Health Nursing)
- आपातकालीन नर्सिंग में पीजी डिप्लोमा (PG Diploma in Emergency Nursing)
- नियो-नेटल नर्सिंग में पीजी डिप्लोमा (PG diploma in Neo-Natal Nursing)
- पीडियाट्रिक्स क्रिटिकल केयर नर्सिंग में पीजी डिप्लोमा (PG Diploma in Pediatrics Critical Care Nursing)
- प्रबंधन में पीजी डिप्लोमा (PG Diploma in Management)
- नैदानिक अनुसंधान में एमएससी (MSc in Clinical Research)
- स्वास्थ्य प्रशासन के मास्टर (Master of Health Administration)
- क्रिटिकल केयर नर्सिंग में डिप्लोमा (Diploma in Critical Care Nursing)
इसे भी पढ़े: Gate एग्जाम (Gate Exam) क्या है? | एग्जाम पैटर्न, योगयता, सब्जेक्ट
बीएससी नर्सिंग के बाद प्राप्त होने वाले रोजगार
बीएससी नर्सिंग करने के बाद रोजगार के रूप में सरकारी तथा प्राइवेट दोनों ही क्षेत्रों में भरपूर अवसर मिलते हैं। चिकित्सा के क्षेत्र में सरकारी तथा प्राइवेट प्राप्त होने वाले पदों का विवरण नीचे दिया गया है।
सरकारी तथा प्राइवेट हॉस्पिटल में इस डिग्री के माध्यम से नर्स असिस्टेंट, होम केयर नर्स, जूनियर साइकाइट्रिक नर्स, नर्स एंड पेशेंट एजुकेटर इत्यादि प्रकार के पदों को हासिल किया जा सकता है।
सरकारी नौकरी की चाह रखने वाले रेलवे तथा इंडियन आर्मी में स्टाफ नर्स के तौर पर इस डिग्री के माध्यम से रोजगार प्राप्त कर सकते हैं।
मेडिकल कॉलेजों में नर्स एजुकेटर के तौर पर नौकरी प्राप्त की जा सकती है।
बीएससी नर्सिंग के बाद प्राप्त होने वाला वेतन
सैलरी की बात करें तो बीएससी नर्सिंग के माध्यम से प्राप्त होने वाले रोजगार में सैलरी अनुभव और नौकरी के पद के ऊपर निर्भर होती है।
भारत में बीएससी नर्सिंग से प्राप्त होने वाले नौकरियों में औसतन ₹250000 से लेकर ₹400000 प्रतिवर्ष आसानी से कमाए जा सकते हैं।
शुरुआत में अनुभव की कमी होने के कारण यह सैलरी कम होती है लेकिन कुछ समय बाद जैसे-जैसे अनुभव प्राप्त होता जाता है इस सैलरी में भी वृद्धि होती रहती है।
कुछ सरकारी पद ऐसे भी होते हैं जहां पर शुरुआत में ही ₹50000 प्रति महीना सैलरी अर्जित की जा सकती है।
कुल मिलाकर कहें तो बीएससी नर्सिंग करने वाला विद्यार्थी के पास अपने भविष्य को सजाने संवारने के लिए अनेकों प्रकार के विकल्प उपलब्ध होते हैं। उनमें से किसी भी एक विकल्प का चयन कर वह अपने भविष्य को सुरक्षित कर सकता है।
निष्कर्ष
हमारा यह आर्टिकल बीएससी नर्सिंग के बाद क्या करें शीर्षक पर आधारित था। इसमें आपने बीएससी नर्सिंग के बाद प्राप्त होने वाले अवसरों के बारे में विस्तारित जानकारी प्राप्त की।
फिर भी अगर कोई ऐसा सवाल है जिसका उत्तर इस पोस्ट में नहीं दिया गया है। तो नीचे कमेंट बॉक्स के माध्यम से उस प्रश्न को हम तक अवश्य पहुंचाएं।