Ganesh Chaturthi 2023: दुनिया में नहीं मिलेगा गणपति जी का ऐसा मंदिर, पूरी होगी हर मन्नत
Whatsapp Group Join Now
गणेश चतुर्थी, जिसे विघ्नहर्ता के रूप में जाना जाता है, भारत में एक अत्यंत प्रमुख हिन्दू त्योहार है जो हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है। यह त्योहार भगवान गणेश के आगमन का प्रतीक होता है और भारत के विभिन्न हिस्सों में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी के इस वर्ष, यानी 2023 में, यह पावन त्योहार 19 सितंबर को मनाया जा रहा है, और इसके साथ ही 10 दिन के गणेश उत्सव का आयोजन होगा।
गणेश चतुर्थी के दिन गणेश उत्सव का आरंभ होता है, जिसमें भगवान गणेश की प्रतिमा की स्थापना की जाती है। यह उत्सव देश भर में विभिन्न तरीकों से मनाया जाता है, जैसे कि लोग अपने घरों में, मुहल्लों में, या शहर के पंडालों में गणेश प्रतिमा की स्थापना करते हैं और उन्हें पूजते हैं। इस दौरान, भगवान गणेश का विसर्जन भी धूमधाम से किया जाता है, जो इस उत्सव का उपयोगात्मक हिस्सा होता है।
इस धार्मिक त्योहार के मौके पर, लोग गणपति मंदिरों के दर्शन करने के लिए भी अक्सर यात्रा पर निकलते हैं। भारत के दूसरे और विदेशी शहरों से भी लोग इन प्राचीन गणेश मंदिरों के दर्शन के लिए आते हैं। इस लेख में, हम आपको भारत के कुछ प्रमुख गणेश मंदिरों के बारे में बताएंगे जो आप गणेश चतुर्थी के अवसर पर दर्शन कर सकते हैं।
1. सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई
महाराष्ट्र के मुंबई में स्थित सिद्धिविनायक मंदिर भगवान गणेश के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यहां की गणेश प्रतिमा बहुत ही प्राचीन मानी जाती है और दुनियाभर में प्रसिद्ध है। सिद्धिविनायक मंदिर का निर्माण 1801 में हुआ था और इसका मान्यता से भी काफी गहरा संबंध है। इस मंदिर का दर्शन करने के लिए लाखों भक्त वर्षभर यहां आते हैं, और अक्सर नेता, उद्योगपति, और सेलिब्रिटीज भी यहां दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। मान्यता है कि सिद्धिविनायक मंदिर में सच्चे मन में मुराद मांगने वालों की मन्नत पूरी होती है।
2. रणथंभौर गणेश मंदिर, राजस्थान
राजस्थान में गणेश जी का विश्व प्रसिद्ध मंदिर है, जिसे रणथंभौर का गणेश मंदिर भी कहा जाता है। इस मंदिर का इतिहास करीब 100 साल पुराना है और यहां के बड़े ही धार्मिक महत्व के साथ है। रणथंभौर के गणेश मंदिर के दर्शन के लिए देश विदेश से भक्त आते हैं। इस मंदिर में भगवान गणेश की त्रिनेत्र स्वरूप की पूजा होती है और यहां के प्राचीन स्थलों में से एक है।
Also read: इन खास संदेशों के जरिए दें अपनों को गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं
3. खजराना गणेश मंदिर, इंदौर
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में स्थित खजराना गणेश मंदिर एक और महत्वपूर्ण गणेश मंदिर है जो देश भर के भक्तों के लिए खास है। यह स्वयंभू मंदिर है और इसे देश के सबसे धनी गणेश मंदिरों में भी गिना जाता है। मान्यता है कि इस मंदिर में भक्त मन्नत मांगते हैं और मुराद पूरी होने पर गणेश प्रतिमा की पीठ पर उल्टा स्वास्तिक बनाते हैं। यहां गणेश प्रतिमा तीन फीट ऊंची है, और यहां के धार्मिक अधिकारियों द्वारा प्रतिदिन आरतियाँ और पूजा की जाती हैं।
4. चिंतामण गणेश मंदिर, उज्जैन
गौरी पुत्र गणेश का एक प्रसिद्ध मंदिर महाकाल की नगरी उज्जैन में भी है, जिसे चिंतामण गणेश मंदिर कहा जाता है। महाकालेश्वर के दर्शन के लिए आने वाले भक्त गणपति जी के दर्शन के लिए भी चिंतामण गणेश मंदिर आ सकते हैं। मंदिर के गर्भगृह में भगवान गणेश की तीन प्रतिमाएं स्थापित हैं, जिनमें से पहली चिंतामण, दूसरी इच्छामन, और तीसरा सिद्धिविनायक गणेश प्रतिमा हैं। यहां के उत्सव के दिन, मंदिर का पूरा वातावरण धार्मिक माहौल से भरा होता है, और भक्त गणेश जी के दर्शन के बाद महाकालेश्वर मंदिर जाते हैं।
इन मंदिरों के दर्शन करना गणेश चतुर्थी के अवसर पर अत्यंत धार्मिक और आनंददायक हो सकता है। यहां के प्राचीनतम गणेश मंदिरों का दर्शन करके भक्त अपनी मनोकामनाओं को पूरी करने की कामना करते हैं और गणपति जी से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इन मंदिरों की शांति और भक्ति से भरी माहौल में दर्शन करने का आनंद लें और गणेश चतुर्थी का यह पवित्र त्योहार धूमधाम से मनाएं।