National Sports Day 2022: हॉकी स्टिक से चिपकती थी बॉल, ऐसे ही नहीं मेजर ध्यानचंद हॉकी के जादूगर कहलाए
नेशनल स्पोर्ट्स डे 29 August 2022:- भारत में नेशनल स्पोर्ट्स डे हर साल 29 अगस्त को मनाया जाता है लेकिन आप में से बहुत से लोग होंगे जिन्हें इस बात की जानकारी नहीं होगी कि आज के दिन ही क्यों नेशनल स्पोर्ट्स डे मनाया जाता है दरअसल में आज के दिन नेशनल स्पोर्ट्स डे को बनाने के पीछे हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद है, जिन्हें ‘हॉकी विजार्ड’ भी कहा जाता है।
आज के दिन ही मेजर ध्यानचंद का जन्म वर्ष 1950 में उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद शहर में हुआ था, मेजर ध्यानचंद का नाम विश्व खेल के इतिहास में काफी ज्यादा प्रसिद्ध है इन्होंने भारत को तीन बार हॉकी ओलंपिक में स्वर्ण पदक दिलाए हैं।
मेजर ध्यानचंद हॉकी के जादूगर
मेजर ध्यानचंद अपनी हॉकी स्टिक से जैसे मैदान में कोई जादू करते थे, जिस वजह से उन्हें हॉकी का जादूगर कहा जाता है। हॉकी खेल में महारत हासिल करने वाले मेजर ध्यान चंद्र को वर्ष 1965 में सम्मानित करने के लिए देश का तीसरा सबसे बड़ा अवार्ड सिविलियन अवार्ड पद्म भूषण से नवाजा गया है।
भारत के प्रधानमंत्री ने भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान रत्न पुरस्कार का नाम राजीव गांधी से बदलकर ध्यानचंद रख दिया है। इसके अलावा हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को वर्ष 2002 में सम्मानित करने के लिए दिल्ली के राष्ट्रीय स्टेडियम का नाम बदलकर उस स्टेडियम का नाम ध्यानचंद स्टेडियम रखा गया है।
भारत को ओलंपिक में तीन बार दिलाए स्वर्ण पदक
मेजर ध्यानचंद ने हॉकी खेल में भारत को इंटरनेशनल पहचान दिलाई थी, इस वजह से उन्हें सम्मान देने के लिए उनके जन्मदिन पर हम देश में नेशनल स्पोर्ट्स डे मनाते हैं।
मेजर ध्यानचंद ने तीन बार ओलंपिक में हॉकी खेल में भारत को स्वर्ण पदक दिलाए पहला स्वर्ण पदक उन्होंने साल 1928 में एम्सटर्डम में खेल कर जीता था, इसके बाद दूसरा स्वर्ण पदक उन्होंने साल 1932 में लॉस एंजिल्स मैं खेल कर जीता था और फिर तीसरा स्वर्ण पदक उन्होंने साल 1936 में बर्लिन में खेल कर जीता था।
उनके हॉकी खेलने के अंदाज को देखकर सब हैरान हो जाते थे एक बार हॉलैंड में एक मैच के बीच में हॉकी में चुंबक होने की आशंका की गई थी जिसके बाद उनके हॉकी स्टिक को तोड़कर जांच किया गया था इसके अलावा एक बार जापान में भी उनके हॉकी स्टिक में गोंद लगे होने की बात कही गई थी।
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राष्ट्रीय खेल दिवस पर मेजर ध्यानचंद को किया याद
आज नेशनल स्पोर्ट्स डे पर हॉकी के मशहूर खिलाड़ी के 114 वी जयंती पर पूरा भारत देश उन्हें याद कर रहा है, भारत के खिलाड़ियों के साथ ही कई राजनेताओं ने आज मेजर ध्यानचंद को याद करके उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है सभी खिलाड़ियों के लिए मेजर ध्यानचंद सिर्फ एक खिलाड़ी ही नहीं बल्कि उनके प्रेरक भी हैं।
हॉकी के जादूगर ध्यानचंद के अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड
हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद ने अपने पूरे करियर में अंतरराष्ट्रीय स्तर में कुल 400 गोल किए हैं, बर्लिन में मैं हुए ओलंपिक में उन्होंने 11 बार गोल किया था। पूरे ओलंपिक टूर्नामेंट में भारतीय टीम ने 38 गोल प्राप्त किए थे।
जिस वजह से हम निसंदेह कह सकते हैं कि ध्यानचंद हॉकी के एक महान खिलाड़ी थे यदि कोई गेंद उनकी स्टिक से फंस जाए तो उसका गोल होना निश्चित रहता था। ध्यानचंद ने अपने पूरे करियर में कुल हजार से भी ज्यादा गोल किए होंगे, मेजर ध्यानचंद जैसे महान खिलाड़ियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए वर्ष 2012 में उनके जन्मदिन पर भारत सरकार ने उनके जन्मदिन को नेशनल स्पोर्ट्स डे बनाने की घोषणा की थी।
वर्ष 1979 में जब महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की मृत्यु हुई तो भारतीय डाक विभाग ने उन्हें सम्मान और श्रद्धांजलि देने के लिए डाक टिकट की शुरुआत की थी।