विद्युत धारा का SI मात्रक क्या है? Vidyut Dhara Ka SI Matrak Kya Hai

विद्युत धारा एक महत्वपूर्ण भौतिकीय गणितीय प्रमाणक है, जिसका उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए होता है। यह विद्युत आवेश की मात्रा और दिशा को निर्धारित करने में मदद करता है। हम इस लेख में विद्युत धारा की परिभाषा, प्रकार और महत्वपूर्ण तत्वों के बारे में चर्चा करेंगे।

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विद्युत धारा का SI मात्रक

विद्युत धारा का SI मात्रक एम्पियर होता है। आवेश प्रवाह की दर को विद्युत धारा कहा जाता है। अर्थात् एकांक समय में चालक तार में प्रवाहित आवेश की मात्रा को हम विद्युत धारा कहते हैं।

प्राचीन अवधारणाओं के अनुसार, विद्युत धारा की दिशा धन (+) वस्तु से ऋण (-) वस्तु की ओर होती है। हालांकि, इलेक्ट्रॉन्स की खोज और परमाणु संरचना की जानकारी के बाद, यह पता चला कि जिन वस्तुओं के परमाणु कुछ इलेक्ट्रॉन्स त्यागते हैं, वे वस्तुएं धनावेशित (positively charged) होती हैं। वही वस्तु ऋणावेशित (negatively charged) कहलाती है जिनके परमाणु कुछ इलेक्ट्रॉन्स ग्रहण करते हैं।

इसका मतलब है कि वस्तुएं जिनमें मुक्त इलेक्ट्रॉन्स की अधिकता होती है, वे ऋणावेशित होती हैं, जबकि उनमें कमी होने पर वे धनावेशित होती हैं। इससे हम यह निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि इलेक्ट्रॉन्स का बहाव धन वस्तु से ऋण वस्तु की ओर होता है।

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विद्युत धारा के प्रकार

1. डायरेक्ट करेंट (डीसी)

डायरेक्ट करेंट वह करेंट है जो एक ही दिशा में हमेशा बहता है। इसे एक ही दिशा में बहने वाली (Unidirectional) करेंट भी कहा जाता है। यह करेंट बैटरी, सेल, डीसी जनरेटर और डीसी रेक्टिफायर के द्वारा उत्पन्न किया जाता है। डायरेक्ट करेंट का प्रयोग बैटरी चार्ज करने, इलेक्ट्रोप्लेटिंग, और विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जाता है।

2. आल्टरनेटिंग करेंट (एसी)

आल्टरनेटिंग करेंट वह करेंट है जिसका मान और दिशा समयानुसार बदलते रहते हैं। यह करेंट एक दिशा में शून्य से अधिकतम मान तक बढ़ता है और फिर उसी दिशा में शून्य तक घटता है। इसके बाद वह विपरीत दिशा में फिर से बढ़ता है और फिर दोबारा अपनी पूर्व दिशा में वापस जाता है। आल्टरनेटिंग करेंट का प्रयोग विद्युत ऊर्जा के प्रबंधन और प्रेषण में होता है।

एम्पियर की परिभाषा और महत्व

एम्पियर एक मात्रक है जिसका उपयोग विद्युत धारा की मात्रा को मापने में किया जाता है। यदि किसी तार में 1 एम्पियर की विद्युत धारा प्रवाहित हो रही है, तो इसका मतलब है कि प्रति सेकंड 6.25×10^18 इलेक्ट्रॉन एक सिरे से प्रविष्ट होते हैं और उतने ही इलेक्ट्रॉन प्रति सेकंड दूसरे सिरे से बाहर निकल जाते हैं।

संक्षिप्त में

विद्युत धारा एक महत्वपूर्ण विज्ञानिक अवधारणा है जो हमें विद्युत प्रवाह की मात्रा और दिशा का मापन करने में मदद करती है। यह विद्युत आवेश की मात्रा को सूचित करती है और इसे एम्पियर में मापा जाता है। विद्युत धारा के प्रकार डायरेक्ट करेंट और आल्टरनेटिंग करेंट होते हैं, जिनमें एक ही दिशा में होने वाले करेंट को डीसी और दिशाओं में परिवर्तित होने वाले करेंट को एसी कहा जाता है।

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